Friday, May 3rd, 2024

राज्यपाल के क्षेत्र से बाहर होगा प्रदेश का नया सतपुड़ा विश्वविद्यालय!

भोपाल।

पिछली भाजपा सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में करीब दस विवि को स्थापित कराकर उनका संचालन शुरू किया। इसमें कुछ विवि अपना अस्तित्व भी गवां चुके हैं, लेकिन वे मप्र के नक्शे में बनी हुई हैं। प्रदेश से भाजपा सरकार के विदा होने के बाद कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ में सतपुड़ा विश्वविद्यालय की नींव रखी जाएगी। इस विवि को राजभवन की परछार्इं तक से दूर रखने की व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए देशभर के अधिनियम और अध्यादेशों का अध्ययन कर लिया गया है। 

राजभवन के अधीन होकर प्रदेश में 23 विश्वविद्यालय संचालित हो रहे हैं। विभागीय तौर पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्टÑीय पत्रकारिता विवि का संचालन किया जा रहा है। भाजपा सरकार की विदाई के बाद विवि की हालात बहुत ज्यादा विपरीत हो गए हैं। ईओडब्ल्यू में हुई एफआईआर इसके खासे प्रमाण हैं। चपरासी से लेकर प्रोफेसर तक सभी सहमें हुए हैं। शासन उनके खिलाफ कौन सा कदम उठा सकती है। राज्य सरकार छिंदवाडा में 25वें नये सतपुड़ा विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रहा है। इसमें वर्तमान सत्र 2019-20 में प्रवेश देने के लिए व्यवस्थाएं जमाई जा रही हैं। हालांकि छिंदवाड़ा क्षेत्र में बढ़ती विद्यार्थियों की संख्या को देखते विवि की स्थापना करने की व्यवस्था जमाई जा रही है। शासन के सामने सबसे बड़ी परेशानी का कारण विवि को अपने अधीन कर संचालित करना है। जबकि प्रदेश दो दर्जन विवि में से 23 विवि का संचालन करने और उनके कुलपति की नियुक्ति करने का क्षेत्राधिकारी राज्यपाल के पास है। शासन राज्यपाल के अधिकार को छीनकर अपने पास सुरक्षित रखने के लिए देशभर के अधिनियम और अध्यादेशों का अध्ययन करा रहा है। 

बीयू और आरडीविवि के क्षेत्राधिकारी होगा छोटा 

स्थापित होने वाले विवि में छह जिलों की सीमाओं से जोड़ा जाएगा। इसमें रानी दुर्गावति विवि जबलपुर से छिंदवाड़ा, शिवनी और बालाघाट और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से बैतूल, होशंगाबाद और हरदा जिलों को शामिल किया जाएगा। क्योंकि उक्त दोंनो विवि की सीमा में आने वाले जिलों के विद्यार्थियों को अपने विवि तक पहुंचने में काफी कठिनाई होती है। इसलिए उन्हें सतपुड़ा विवि से जोड़ा जाएगा। 

भाजपा सरकार में आई थी बात 

भाजपा सरकार के रहते हुए भी छिंदवाड़ा में विवि स्थापित करने प्रस्ताव कमलनाथ द्वारा दिया गया था। उनके प्रस्ताव को भाजपा सरकार ने अनदेखा कर डस्टबिन में डाल दिया था। अब जब कांग्रेस सरकार प्रदेश में अस्तित्व में आ चुकी है। इसलिए सत्ता में सात महीने रहते हुए छिंदवाड़ा में विवि स्थापित करने सपना अब आकार लेना शुरू कर रहा है। वर्तमान में आचार संहिता लगी हुई है। इसलिए विधानसभा में इसका प्रस्ताव नहीं आ पाया है। जैसे ही आचार संहिता खत्म होगी। विधानसभा में सतपुड़ा विवि को स्थापित करने का प्रस्ताव पारित कर दिया जाएगा। 

भाजपा सरकार में स्थापित विश्वविद्यालय 

- अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय 

- नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय 

- सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय सांची 

- मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय  

- राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय

- राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय 

- महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय

विवि महू 

- महाराजा छात्रसात बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर 

- पं. शंभूनाथ शुक्ला विवि शहडोल  

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